बाजार में भारी गिरावट: आज के कारोबार में बाजार में भारी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में बंद हुए। विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट मुख्यतः वैश्विक आर्थिक चिंताओं और आगामी बजट 2025 की अनिश्चितताओं के कारण है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज में विदेशी निवेशकों की घटती हिस्सेदारी: रिलायंस इंडस्ट्रीज में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी एक दशक के न्यूनतम स्तर पर पहुँच गई है। विश्लेषकों का मानना है कि यह कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और वैश्विक बाजार की स्थिति से संबंधित चिंताओं के कारण है।
आईपीओ बाजार में हलचल: अगले हफ्ते दो नए आईपीओ बाजार में आ रहे हैं, जो निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन आईपीओ की लिस्टिंग पर निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
बैंक ऑफ इंडिया के शेयर में उछाल: बैंक ऑफ इंडिया के शेयर में 6.02% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को लाभ हुआ। विश्लेषकों का मानना है कि बैंक की मजबूत वित्तीय स्थिति और आगामी योजनाओं के कारण यह वृद्धि संभव हुई है।
कोल इंडिया के तिमाही परिणाम: कोल इंडिया के तिमाही परिणामों में 17% की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, कंपनी ने दूसरे अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की है, जिससे निवेशकों को राहत मिली है।
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। निवेशकों को बाजार की मौजूदा स्थिति और आगामी घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए।